Monday 25 March 2013


संजय दत्त को नचनिया समझने का भूल तो नही कर रहे है हम लोग
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अरे भाई
सँजय दत्त को एकदमे से नचनिया समझ लिए है का आप लोग

ई बात हमेशा ध्यान मेँ रखना होगा कि
संजय दत्त कोई आम आदमी नही है

कोई नया अपराधी नही है

देश ने
जेल मेँ
उसका सुधरता हुआ आचरण देखा है

बाप मर गये तो क्या चाहते है फाँसीऐ पर चढ़वा देँगेँ का

उसकी बहन अभी भी बड़ी पँचायती मेँ है

साईकिल पर भी चढ़ने का प्रयास किये था

कुछ दिन लखनऊ मेँ साईकिल चलाया भी था माननीय बनने के लिऐ

बीच मेँ आप ऐसे लोग भी तो है
किसी को चैन मेँ देख नही सकते
आप लोग नजरिया देतेँ है
लग गयी नजर

आखिर है तो इस देश के माननीय लोगो के कुनवे से ही
फिर माननीय लोग माँफी का माहौल तो बनाऐँगेँ ही

अऊर
माँफी उसका हक है भाई

माँफी मिल जाऐगी तो आप उसका का बिगाड़ लेँगेँ

चिल्लाते रहिये

फिर से ध्यान दिला दे रहे है

नचनिया मत समझ लिजिऐगा
माननीय पुत्र है
माननीय पुत्र..

पुरानी कहावत भी है
आपको तो पता है

दू चार लईका एक सँतोष गदहा मरले मेँ कौवनो न दोष..

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